By: सैयद अबुल आला मौदूदी (रह0)
पैग़म्बरी की सत्यता को समझने और उसपर विचार करने से आपको स्वयं मालूम हो जाएगा कि पैग़म्बर प्रतिदिन पैदा नहीं होते, न यह आवश्यक है कि..
By: इस्लाम में बलात्धर्म परिवर्तन नहीं, जिहाद और ज़िज्या की वास्तविकता: अबू मुहम्मद इमामुद्दीन-रा
जिहाद ही तरह जिज़्या को लेकर भी इस्लाम के विरूद्ध बड़ा दुष्प्रचार किया गया हैं और यह गलतफहमी उत्पन्न कर दी गर्इ हैं कि जिज्या का उद्देश्य भी...
कुछ गै़र-मुस्लिम भाइयों की यह आम शिकायत है कि संसार भर में इस्लाम के माननेवालों की संख्या लाखों में नही होती, यदि इस धर्म को बलपूर्वक नहीं फैलाया गया...