By: सैयद अबुल आला मौदूदी (रह0)
भाइयों! यहॉ केवल अधिकार ही का प्रश्न नही हैं। यह प्रश्न भी है कि र्इश्वर के इस ऐश्वर्य में क्या कोर्इ मनुष्य बादशाही करने या कानून बनाने या हुक्म चलाने के...
By: सैयद अबुल आला मौदूदी (रहo)
संसार में जितने भी धर्म हैं, उनमें से हर एक का नाम या तो किसी विषेश व्यक्ति...
By: इमामुद्दीन रामनगरी: मधुर सन्देश संगम
हज़रत मुहम्मद (सल्ल0) को आसपास के रहने वाले लोग अमीन (धरोहर-रक्षक) कहकर पुकारते...