By: मुहम्मद जैनुलआबिदीन मंसूरी
र्इसा मसीह (अलै0) र्इश्वरीय दूत थे.........र्इश्वरीय दूत के सिवा और कुछ न थे। न तो उनमें दैवी गुण थे, न ही उनकी माता मरयम मे। वे दोनो र्इश्वर के दूसरे प्राणियों...
By: स्वामी लक्ष्मीशंकराचार्य
जब मुझे सत्य का ज्ञान हुआ
कर्इ साल पहले दैनिक जागरण मे श्री बलराज मधोक का लेख ‘दंगे क्यों होते हैं?’’ पढ़ा था। इस लेख में हिन्दू-मुस्लिम दंगा...
By: इमामुद्दीन रामनगरी: मधुर सन्देश संगम
हजरत मुहम्मद (सल्ल0) नितान्त गम्भीर, अल्पभाषी और दृढ़ संकल्पी थें। आप जितने...