By: मुहम्मद ज़ैनुल आबिदीन मंसूरी
रोज़ा इस्लाम के पाँच मूल-स्तंभों में से एक है। जो इसकी अनिवार्यता को नकार दे, वह इस्लाम से स्वतः निष्कासित हो जाता है। भोर से संध्या तक.....
By: इस्लाम एक स्वयं सिद्ध र्इश्वरीय जीवन व्यवस्था:राजेन्द्र नारायण लाल
प्रश्न किया जाता है कि इस्लाम सूअर के मांस पर तो प्रतिबन्ध लगाता हैं किन्तु गाय के मांस पर नही। क्या यह उचित हैं? यह प्रश्न सर्वथा बुद्धि-विरूद्ध हैं।
By: इस्लाम में बलात्धर्म परिवर्तन नहीं, जिहाद और ज़िज्या की वास्तविकता: अबू मुहम्मद इमामुद्दीन-रा
जिहाद ही तरह जिज़्या को लेकर भी इस्लाम के विरूद्ध बड़ा दुष्प्रचार किया गया हैं और यह गलतफहमी उत्पन्न कर दी गर्इ हैं कि जिज्या का उद्देश्य भी...