By: सैयद अबुल आला मौदूदी (रहo)
संसार में मानव-जीवन को सफ़ल बनाने के लिए केवल यही एक आवश्यकता तो नहीं है कि.....
बहु-विवाह का अर्थ हैं ऐसी व्यवस्था जिसके अनुसार व्यक्ति की एक से अधिक पत्नी अथवा पति हों...
By: सैयद अबुल आला मौदूदी (रहo)
भाइयों! यदि कोर्इ व्यक्ति आपसे कहे कि बाजार में एक दुकान ऐसी हैं, जिसका कोर्इ दुकानदार नही.....