पाश्चात्य देशों की तरह, भारत भी नारी-अपमान, अत्याचार एवं शोषण के अनेकानेक निन्दनीय कृत्यों से ग्रस्त है। उनमें...
By: सैयद अबुल आला मौदूदी (रह0)
भाइयों! यहॉ केवल अधिकार ही का प्रश्न नही हैं। यह प्रश्न भी है कि र्इश्वर के इस ऐश्वर्य में क्या कोर्इ मनुष्य बादशाही करने या कानून बनाने या हुक्म चलाने के...
इन्सानों के अन्दर सच्चाई, शिष्टाचार और लज्जा आदि गुण पैदा करने और उनकी शिक्षा देने के लिए...