इंग्लैण्ड के विश्व विख्यात दार्शनिक और विद्वान मिस्टर बर्नार्डशॉ ने जनवरी 1933 र्इ0 में भारत आगमन के अवसर पर ‘लाइट’ लाहौर के प्रतिनिधि से पैगम्बरे-इस्लाम...
कुछ गै़र-मुस्लिम भाइयों की यह आम शिकायत है कि संसार भर में इस्लाम के माननेवालों की संख्या लाखों में नही होती, यदि इस धर्म को बलपूर्वक नहीं फैलाया गया...
By: डॉ॰ बाबासाहब भीमराव अम्बेडकर
इस्लाम धर्म सम्पूर्ण एवं सार्वभौमिक धर्म है जो कि अपने सभी अनुयायियों से समानता का व्यवहार करता है...