By: सैयद अबुल आला मौदूदी (रह0)
भाइयों! यहॉ केवल अधिकार ही का प्रश्न नही हैं। यह प्रश्न भी है कि र्इश्वर के इस ऐश्वर्य में क्या कोर्इ मनुष्य बादशाही करने या कानून बनाने या हुक्म चलाने के...
कुछ गै़र-मुस्लिम भाइयों की यह आम शिकायत है कि संसार भर में इस्लाम के माननेवालों की संख्या लाखों में नही होती, यदि इस धर्म को बलपूर्वक नहीं फैलाया गया...
By: लाला काशी राम चावला, अनुवादक-मुहम्मद कमरूददीन
इस्लाम मे पवित्र कमार्इ पर बड़ा जोर दिया गया हैं...