By: सैयद अबुल आला मौदूदी (रहo)
अल्लाह के रसूल (सल्ल0) ने अपने आखिरी हज के मौक़े पर जो तक़रीर की थी, उसमें फ़रमाया...
By: इमामुद्दीन रामनगरी: मधुर सन्देश संगम
‘‘ हज़रत मुहम्मद (सल्ल0) का व्यक्ति दया और शौर्य दोनो का सम्मिश्रण हैं। वे वर्षो तक अकेले अपने देशवासियों की शत्रुता का सामना करते रहे। मुहम्मद (सल्ल0)...
By: सरोजिनी नायडू
न्याय बोध इस्लाम का सबसे ज्यादा आश्चर्य में डाल देनेवाला आदर्श हैं...