By: मुहम्मद ज़ैनुल आबिदीन मंसूरी
रोज़ा इस्लाम के पाँच मूल-स्तंभों में से एक है। जो इसकी अनिवार्यता को नकार दे, वह इस्लाम से स्वतः निष्कासित हो जाता है। भोर से संध्या तक.....
‘विरासत’ एक अति प्रचलित शब्द है जिसका भावार्थ होता है अपने पूर्वजों से कुछ प्राप्त करना, चाहे वह धन-सम्पत्ति के रूप में हो या आदर्श, उपदेश अथवा संस्कार के...