By: डा0 मकसूद आलम सिद्दीक
एक ही पूज्य
अहोरात्राणि विदधद्विश्वस्य मिषतोवशी।
सूर्याचन्द्रमासी धाता यथापूर्वमकल्पयत्।।
दिवं च पृथिवी चासन्तरिक्षमथो...
By: मुंशी प्रेमचंद
समता के विषय में इस्लाम ने अन्य सभी सभ्यताओं को बहुत पीछे छोड़ दिया है।...
By: डॉ0 इल्तिफात अहमद इस्लाही
कुरआन मजीद इतने उच्चकोटि की वाणी है कि उसे जो सुनता लहालोट हो जाता।.....