By: मुहम्मद ज़ैनुल आबिदीन मंसूरी
रोज़ा इस्लाम के पाँच मूल-स्तंभों में से एक है। जो इसकी अनिवार्यता को नकार दे, वह इस्लाम से स्वतः निष्कासित हो जाता है। भोर से संध्या तक.....
By: डा0 मुहम्मद अहमद
‘हज़रत मुहम्मद (सल्ल0) सबके लिए’’ मात्र एक आकर्षक नारा और मुसलमानों का दावा नही है, बल्कि एक वास्तविक, व्यावहारिक व.....
By: मुहम्मद ज़ैनुल-आबिदीन मंसूरी
पशु-बलि को विश्व के दो बड़े धर्मों, सनातन धर्म और इस्लाम धर्म में मान्यता प्राप्त है। सनातन धर्म के अनुसार.....