By: डा0 मकसूद आलम सिद्दीक
प्रलय
जिस प्रकार इस लोक मे प्रत्येक वस्तु का एक अंत हैं, उसी प्रकार इस वर्तमान जगत् का भी एक अंत हैं। इस संसार के इस अंत और इस महा विनाश को प्रलय कहा...
By: कुरआन की शीतल छाया :डॉ0 मुहम्मद जियाउर्रहमान आजमी(एम.ए.एच.डी.)
कुरआन के दृष्टिकोण से यह सारा ब्रहम्माण्ड जिस सृष्टिकर्ता ने रचा हैै वही इसका संचालक भी हैं...
By: इस्लाम एक परिचय:अबू मुहम्मद इमामुद्दीन रामनगरी
जिस प्रकार संसार मे बहुत-सी जातियॉ और बहुत से धर्म हैं उसी प्रकार मुसलमानों को भी एक जाति समझ लिया गया हैं और इस्लाम को केवल उन्ही का धर्म। लेकिन यह एक...