By: मुहम्मद जैनुलआबिदीन मंसूरी
र्इसा मसीह (अलै0) र्इश्वरीय दूत थे.........र्इश्वरीय दूत के सिवा और कुछ न थे। न तो उनमें दैवी गुण थे, न ही उनकी माता मरयम मे। वे दोनो र्इश्वर के दूसरे प्राणियों...
By: सैयद अबुल आला मौदूदी
मरने के बाद कोर्इ दूसरी जिन्दगी हैं या नहीं? और हैं तो कैसी है।? यह सवाल हकीकत में हमारे इल्म की पहुच से दूर हैं। इसलिए कि हमारी पास वे ऑखें नहीं जिनसे हम...
By: इस्लाम और मानव समाज :सैयद मुहम्मद इकबाल
इस्लाम सारी मानवता के लिए अल्लाह की ओर से भेजी गर्इ जीवन व्यवस्था है। इसी के साथ-साथ भी एक तथ्य है कि हर युग मे इसको मानने और न मानने वाले अर्थात मुस्लिम और...